Friday, January 24, 2014

कांग्रेस की ज़मीन और वादे मोदी के!!!

एक सवालक्या बांग्लादेश या भूटान का कोई PM उम्मीद्वार bullet trains, smart cities, प्रतिभा विकास, IITs, IIMs, AIIMS, technology development और उन्नत कृषि के वैसे वादे कर सकता है, जैसे नरेंद्र मोदी ने गत रविवार को किये? मुझे पता है आपका उत्तर होगा नहीं? कारण भी आपको पता है कि इन देशों के पास ये सब काम करने के लिए वह आधार ही नहीं है जो आजादी के बाद भारत में कृषि, औद्योगिक, तकनिकी एवं मानव संसाधन के विकास से बना। यानि कि मोदी, जो भारत को कांग्रेस से मुक्ति दिलाना चाहते हैं, को ये सब वादे करने के लिए ज़मीन कांग्रेस ने ही तैयार करके दी है।

Technology development प्रोत्साहन देते हुए राजीव गांधी ने २९ साल पहले भारत में computer के इस्तेमाल की बड़े पैमाने पर शुरुआत करवाई। और उन्होंने सैम पित्रोदा की अध्यक्षता में Technology Mission की स्थापना भी की। पित्रोदा को भारत कि संचार क्रांति का जनक भी कह सकते हैं। वह अपने काम के लिए भारत सरकार से राजीव के समय में वेतन लेते थे, आज लेते हैं। राजीव के शासन की Technology development से जुडी एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि उन दिनों TV प्रसारण को देश के कोने-कोने में पहुँचाने के लिए लगभग रोज़ ही एक नया TV transmitter कहीं कहीं शुरू होता था।

Talent यानि प्रतिभा विकास को राजीव सरकार ने बढ़ावा देने के किये १९८६ की शिक्षा निति के तहत हर ज़िले में जवाहर प्रतिभा विद्यालयं स्थापित करने का निर्णय लिया। आज देश में लगभग ५९३ जवाहर प्रतिभा विद्यालयं हैं जहाँ प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा विक्सित करने के लिए एक खास माहोल मिलता है।

अंत में, मैं १९८५ में computer के इस्तेमाल को लेकर देश में क्या माहोल था उस पर २९ साल पहले लिखे हुए अपने ही एक term paper (100 pages) के निम्नलिखित अंशों द्वारा आज के नौजवानों को अवगत करना चाहता हूँ। Term paper का विषय था — Computer's Applications in Press Industry, जो कि मैंने अपने YMCA (New Delhi) से Journalism Diploma करते हुए लिखा था।

२९ साल पहले कुछ माहोल ऐसा था — These days there is so much talk about the 21st century and computers in our country. Whether a planner, policy-maker, or a man in the street — all seem to be greatly impressed by the incredible accomplishments of that small piece of electronic circuitry called 'micro-chip'. The new-look Congress Government's main thrust is also on advanced technology. With the aim of taking the country into the 21st century as a developed nation, the new Government is encouraging application of computers on a large scale in all walks of day-to-day life.

...The hesitant acceptance of new technology by Indian workforce is mainly because of two reasons. One is fear of retrenchment and other the possible health hazards of new technology...

...Definitely the use of computers will create new job opportunities, especially in the maintenance and manufacturing of computers. But it will take time...

Term paper के उपरोक्त अंशों में मैंने एक भविष्यवक्ता की तरह जो computer-based industry की बात कही थी वह सच हो चुकी है। उस समय मुझे computer में software के उपयोगिता का पता नहीं था इसलिए मैं software-based industry के विकास की सम्भावना से अनजान था।

इस term paper मैं मैंने Patriot newspaper के production में computer के इस्तेमाल से आये बदलावों पर रौशनी डाली थी। Patriot newspaper से स्वन्तरता सेनानी अरुणा आसफ अली जुडी हुई थी और इस अखबार कि computer प्रणाली का उदघाटन तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी ने फरवरी १९८४ को किया था। यानि कि computer का इस्तेमाल इंदिरा गांधी के शासन काल में शुरु हो चूका था परन्तु इस इस्तेमाल का बड़े पैमाने पर विस्तार राजीव के शासन काल में हुआ। राजीव के शासन काल में ही अमेरिका, भारत को super computer देने पर राजी हुआ था

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